07-02-15

07-02-15      प्रातः मुरली      ओम् शान्ति      “बापदादा”      मधुबन  “मीठे बच्चे – आत्मा रूपी ज्योति में ज्ञान-योग का घृत डालो तो ज्योत जगी रहेगी, ज्ञान और योग का कॉन्ट्रास्ट अच्छी रीति समझना है”    प्रश्न:-    बाप का कार्य प्रेरणा से नहीं चल सकता, उन्हें यहाँ आना ही पड़े क्यों? उत्तर:- क्योंकि मनुष्यों की बुद्धि बिल्कुल तमोप्रधान है । तमोप्रधान बुद्धि प्रेरणा को कैच नहीं कर … Continue reading 07-02-15